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        *🥀 जकात की अहमियत 🥀*  



            *पोस्ट - 2* 

     ❗ *क़ारून की हलाकत* ❗


⚡...........चुनान्चे उस औरत ने *हज़रते मूसा अलैहिस्सलाम* से अर्ज़ की, कि अल्लाह की क़सम ! जो कुछ क़ारून कहलवाना चाहता है वो झूट है, सच तो ये है की इसने मुझे कसीर माल का लालच दिया ताकि में आप पर तोहमत लगाऊ।

👆🏽 ये सुन कर हज़रते मूसा अलैहिस्सलाम अपने रब के हुज़ूर रोते हुए सज्दे में गिरे और ये अर्ज़ करने लगे : *या रब ! अगर में तेरा रसूल हु तो मेरी खातिर क़ारून पर अपना गज़ब फ़रमा।*

⚡ अल्लाह ने आप की तरफ वही फ़रमाई कि मेने ज़मीन को आप की फ़रमा बरदारी करने का हुक्म दिया है, आप इस को जो चाहे हुक्म दे।

⚡ अल्लाह की वही आने के बाद *हज़रते मूसा अलैहिस्सलाम* ने बनी इसराइल से फ़रमाया :
            “ऐ बनी इसराइल अल्लाह ने मुझे क़ारून की तरफ भेजा है जेसे फिरऔन की तरफ भेजा था, 
जो क़ारून का साथी हो, उसके साथ उसकी जगह ठहरा रहे और जो मेरा साथी हो वोह अलग हो जाए।‘‘

⚡ सब लोग क़ारून से जुदा हो गए और दो अफ़राद के सिवा कोई उसके साथ न रहा। तब *हज़रते मूसा अलैहिस्सलाम* ने ज़मीन को हुक्म दिया :

             *‘‘ऐ ज़मीन इन्हें पकड़ ले !‘‘* तो वो घुटनो तक ज़मीन में धस गए। आप ने दोबारा येही फ़रमाया तो कमर तक धस गए, आप येही फरमाते रहे हत्ता कि वो लोग गर्दन तक धस गए, अब वो गिड़ गिडाने लगे और क़ारून आप को अल्लाह की कस्मे और रिश्ता व क़राबत के वास्ते देने लगा। 
             आप ने शिद्दत जलाल के सबब तवज्जोह न फ़रमाई, यहां तक कि वो बिलकुल धस गए और ज़मीन बराबर हो गई। 

👉🏽 *हज़रते क़तादा रदीअल्लाहू अन्हु* ने फ़रमाया कि वो क़यामत तक ज़मीन में धंसते ही चले जाएंगे।

🌴 बनी इसराइल ने कहा कि *हज़रते मूसा अलैहिस्सलाम* ने क़ारून के मकान और उस के खज़ाइन व अमवाल की वजह से उस के लिये बद दुआ की। 
             ये सुन कर आप ने दुआ की तो कारून का मकान और उस के खज़ाने व अम्वाल् सब ज़मीन में धस गए।

       ✨अल्लाह ने क़ुरआन में क़ारून के अंजाम को कुछ इस तरह बयान फ़रमाया है :

📖 *तो हमने उसे और उस के घर को ज़मीन में धसा दिया तो उसके पास कोई जमात न थी कि अल्लाह से बचाने में उस की मदद करती और न वो बदला ले सका ।*

(पारह 20 सूरतुल क़सस, आयत 81)

☘ देखा आपने दुन्यवि माल की महब्बत में *ज़कात* देने से इनकार करने और अल्लाह के रसूल से दुश्मनी मोल लेने वाले बद बख्त क़ारून का अंजाम कैसा भयानक हुवा ❗ 

👉🏼 न उसे माल काम आया न उस के खज़ाने, बल्कि वो अपने खज़ानों समेत ही अज़ाब की लपेट में आ गया।

📖 सूरतुल क़सस में बयान करदा इस वाकिए से जहां माले दुन्या से महब्बत का भयानक अंजाम पता चलता है, *वहीं ज़कात की अहमिय्यत भी ब खूबी वाजेह हो रही है। *


(जारी है.... बाकी अगली पोस्ट में इंशा अल्लाह)

🖊हवाला
📚बरकाते ज़कात, पेज 6



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*🏁 MASLAKE AALA HAZRAT 🔴*

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