22 रमज़ान उल मुबारक यौम ए शाहदत मुजाहिद ए जंग ए आज़ादी हज़रत अल्लामा किफायत अली काफ़ीرحمة الله عليه
🏁🔴🏁🔴🏁🔴🏁🔴🏁🔴
*🥀 22 रमज़ान उल मुबारक यौम ए शाहदत मुजाहिद ए जंग ए आज़ादी हज़रत अल्लामा किफायत अली काफ़ीرحمة الله عليه 🥀*
*कौन अल्लामा किफायत अली काफ़ी ?*
वो अल्लामा किफायत अली काफ़ी शहीद जिनका नातिया कलाम खुद आला हज़रत इमाम ए इश्क़ आे मुहब्बत पसंद फरमाते थे!
*कौन अल्लामा किफायत अली काफ़ी?*
वो अल्लामा किफायत अली काफ़ी शहीद जिन्होंने अपने मुल्क की खातिर ज़ालिम अंग्रेज़ो के खिलाफ जिहाद किया और अपने दीनो मिल्लत की खातिर फांसी के फंदे को मुस्कुराते हुए चूम लिया!
*कौन अल्लामा किफायत अली काफ़ी?*
वो अल्लामा किफायत अली काफ़ी शहीद जिनका रसूलुल्लाहﷺ के साथ वफ़ा का बड़ा ही मज़बूत ताअल्लुक था और जिनके इश्क़ ए रसूलﷺ का आलम ये था कि जिन्हों ने फांसी के फंदे पर लटकने से पहले अपनी आख़री खुवाहिश अपने आक़ाﷺ की बारगाह में नाते पाक पढ़ने के तौर पे ज़ाहिर फरमाई
और अपने प्यारे आक़ाﷺ की बारगाह में नाते पाक लिखी और यूं फरमाया...
*कोई गुल बाक़ी रहेगा ना चमन रह जायेगा,*
*पर रसूलुल्लाह का दीने हसन रह जायेगा*
*हमसफीरो बाग़ में हैं कोई दम का चहचहा*
*बुलबुलें उड़ जाएंगी सूना चमन रह जायेगा*
*अतलसो कम ख़ुवाब की पोशाक पे नाजां ना हो*
*इस तने बेजान पर ख़ाकी कफ़न रह जायेगा*
*सब फना हो जायेंगे काफी व लेकिन हश्र तक,*
*नाते हज़रत का जुबानों पर सुखन रह जायेगा*
رحمة الله عليه
अल्लाह ताअला से दुआ है हमारे दिलों में भी अल्लामा किफायत अली काफ़ी शहीद जैसा इश्क़ ए रसूलﷺ अता फरमाये और दीनो मिल्लत के लिए मर मिटने का जज़्बा अता फरमाये!
आप तामाम हज़रात अल्लामा किफायत अली काफ़ी शहीद رحمة الله عليه की बारगाह में खूब खूब ईसाले सवाब करें!
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖
*✏️ तालिबे दुआ : क़ासिम हुसैन तहसीनी मज़हरी*
*हरी मस्जिद रोहली टोला पुराना शहर बरेली शरीफ़*
👑👑👑👑👑👑👑👑👑👑
*🏁 MASLAKE AALA HAZRAT 🔴*
Comments
Post a Comment